अरूण साव व विजय शर्मा छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री होंगे, पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह को विधानसभा को स्पीकर बनाया जाएगा
पर्यवेक्षक केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सर्बानंद सोनोवाल, भाजपा महासचिव दुष्यंत कुमार के साथ भाजपा के छत्तीसगढ़ प्रभारी ओम माथुर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया की मौजूदगी में लिया गया फैसला
रायपुर/जांजगीर- छत्तीसगढ़ में तीन दिसंबर को विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद भाजपा से मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा, इस बात से पर्दा उठ चुका है। रविवार को पार्टी की विधायक दल की बैठक में 54 नए विधायकों के बीच भाजपा ने विष्णुदेव साय को छत्तीसगढ़ का नया मुख्यमंत्री घोषित किया है। इसके साथ ही अरूण साव व विजय शर्मा छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री होंगे। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह को विधानसभा को स्पीकर बनाया जाएगा। विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद विष्णुदेव साय ने राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया है।
विष्णुदेव साय कुनकुरी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी को पीछे छोड़ते हुए 25541 वोट से चुनाव जीतकर आए हैं। श्री साय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल में स्टील राज्य मंत्री रह चुके हैं। साल 2020 से 2022 तक वह छत्तीसगढ़ भाजपा के अध्यक्ष भी रहे हैं। विष्णुदेव आदिवासी नेता हैं और वे वर्ष 2014 से 2019 तक रायगढ़ संसदीय क्षेत्र से भाजपा सांसद भी रहे हैं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान विधायक दल का नेता चुनने के लिए हुई बैठक में किया गया। इसमें चुनाव जीतकर आए पार्टी के 54 विधायक शामिल हुए थे। बैठक में नाम तय होने के बीच पार्टी के पर्यवेक्षक केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सर्बानंद सोनोवाल और भाजपा महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम ने विधायकों के बीच रायशुमारी की। भाजपा के छत्तीसगढ़ प्रभारी ओम माथुर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया और छत्तीसगढ़ में बीजेपी के सहप्रभारी नितिन नवीन ने भी बैठक में हिस्सा लिया।
गौरतलब है कि जशपुर जिला के कुनकुरी विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 13 से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था। उन्हें चुनाव में 87604 वोट मिले हैं। वहीं उनके खिलाफ कांग्रेस के उम्मीदवार यूडी मिंज को 62063 वोट मिले हैं। छत्तीसगढ़ विधानसभा के 90 सीटों के लिए 7 और 17 नवंबर को दो चरणों में मतदान हुए थे। वोटो की गिनती 3 दिसंबर को हुई थी। भाजपा ने यहां 54 सीट पर एकतरफा बढ़त बनाते हुए जीत हासिल की है। जबकि कांग्रेस के खाते में 35 सीट ही आ पाई हैं। एक सीट गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को चली गई है। साल 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने 68 सीट पर जीत हासिल की थी।
माना जा रहा था कि सरगुजा संभाग को मिलने वाला है नेतृत्व-
भाजपा ने इस चुनाव में सरगुजा संभाग की सभी 14 सीटों और बस्तर संभाग की 12 सीटों पर जीत हासिल की है। इस जीत से छत्तीसगढ़ के आमजन अनुमान लगा रहे थे कि इस बार भाजपा सरगुजा संभाग को नेतृत्व मिलेगा। लेकिन यह बात सही साबित हुई कि छत्तीसगढ़ के पूर्वोत्तर हिस्से को नेतृत्व मिला है। राज्य की आबादी में आदिवासियों की संख्या लगभग 32 फीसदी है। सरगुजा क्षेत्र के जशपुर जिले से आने वाले विष्णु देव साय भाजपा की कार्ययोजना में बिल्कुल फिट बैठते हैं। प्रदेश में ओबीसी के बाद दूसरा आदिवासी समूह दूसरा सबसे प्रभावशाली सामाजिक समूह है।