एबीवीटीपीएस मड़वा में 1 से 15 दिसंबर तक विश्व एड्स पखवाड़ा में हुए विविध आयोजन
HIV AIDS Awareness programme at CSPGCL Marwa जांजगीर- एचआईवी एड्स एक भयावह बीमारी है लेकिन यह छूने से नहीं फैलता। अभी मेडिकल साइंस में इस बीमारी का इलाज नहीं लेकिन इसके प्रति जागरूकता एवं बचाव के लिए सुरक्षा अपनाकर इसे रोका जा सकता है। यह विचार कार्यपालक निदेशक एसके बंजारा ने विश्व एड्स पखवाड़ा के दौरान व्यक्त किए। अटल बिहारी वाजपेयी ताप विद्युत गृह (एबीवीटीपीएस) मड़वा में 01 से 15 दिसंबर तक विश्व एड्स पखवाड़ा मनाया गया।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि अतिरिक्त मुख्य अभियंता राजाबाबू कोसरे, एसडी द्विवेदी, पीके श्रीवास्तव, मोहम्मद शाहिद खान, भरत गड़पाले और वरिष्ठ मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. एमआर स्नेही की गरिमामयी उपस्थिति रही। हर साल 1 दिसंबर को पूरी दुनिया विश्व एड्स दिवस मनाती है। दुनिया भर में लोग एचआईवी से पीड़ित लोगों के प्रति समर्थन दिखाने और एड्स से संबंधित बीमारियों से मरने वालों को याद करने के लिए इस दिन एकजुट होते हैं। गौरतलब है कि 1988 में स्थापित, विश्व एड्स दिवस वैश्विक स्वास्थ्य के लिए पहला अंतर्राष्ट्रीय दिवस था। वर्ष 2023 की थीम ‘समुदायों को नेतृत्व करने दें’ है। कार्यक्रम के संयोजक वरिष्ठ मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. एमआर स्नेही द्वारा आयोजित हुए कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से बताया गया। आवासीय परिसर स्थित विभागीय चिकित्सालय में 18 वर्ष से अधिक वर्ग के युवाओं एवं महिलाओं द्वारा रंगोली के माध्यम से एड्स से बचाव एवं खतरों के प्रति जागरूक बनाया गया। इसके साथ ही स्वैच्छिक एड्स स्क्रीनिंग रक्त परीक्षण शिविर, नारा एवं चित्रकला स्पर्धा का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के समापन समारोह के मुख्य अतिथि अतिरिक्त मुख्य अभियंता प्रवीण श्रीवास्तव ने कहा कि अभी तक एचआईवी एड्स का इलाज संभव नहीं है। इसलिए इससे बचाव ही सुरक्षा है। कार्यक्रम में अन्य वक्ताओं ने भी एचआईवी एड्स से बचाव पर अपने विचार व्यक्त किए। विश्व एड्स पखवाड़ा में रंगोली प्रतियोगिता के विजयी प्रतिभागी परिक्रमा साव, कुसुमलता, चित्रा पटेल, गोल्डी नेताम एवं सुमन ठाकुर को अतिथियों के हाथों पुरस्कार दिया गया। नारा प्रतियोगिता में नीरा प्रसाद, अर्पणा झा, अंकिता वर्मा ने पुरस्कार जीता। चित्रकला स्पर्धा के विजयी प्रतिभागी नीरा प्रसाद, श्वेता परप्यानी और पूजा सोनकर को प्रोत्साहित करते हुए अतिथियों द्वारा पुरस्कार दिया गया।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए चिकित्साधिकारी विकेंद्र सिह ने पाॅवर पाइंट के माध्यम से एचआईवी एड्स के विषय से बताया। कार्यक्रम का समन्वय संरक्षा विभाग की टीम नरेंद्र देवांगन, विजय कुमार बर्मन एवं रीना धुरंधर द्वारा किया गया। इस अवसर पर अधीक्षण अभियंता क्रिस्टोफर एक्का, एन साहा. एसके. तारेंद्र, एनके. घृतलहरे, जेके गायकवाड़, मुख्य रसायनज्ञ उत्तम चंद्रवंशी, कार्यपालन अभियंता केके टोप्पो, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डाॅ. आरके साहू, प्रकाशन अधिकारी बसंत शाहजीत समेत अन्य अधिकारी व कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।