एबीवीटीपीएस मड़वा में औद्योगिक सुरक्षा सप्ताह में हुए विविध आयोजन
जांजगीर-सुरक्षा नहीं अपनाने से दुर्घटनाएं होती हैं। इन दुर्घअनाओं की वजह से कार्यस्थल में भय का माहौल बनता है। इस कारण किसी भी संस्थान का कार्य प्रभावित होता है। इसलिए असुरक्षित कार्य करने से बचें। इसके साथ ही संरक्षा उपकरणों का उपयोग हमारी आदत में शामिल होना चाहिए। यह विचार कार्यपालक निदेशक एसके बंजारा ने औद्योगिक सुरक्षा सप्ताह के समापन समारोह में व्यक्त किए। अटल बिहारी वाजपेयी ताप विद्युत गृह (एबीवीटीपीएस) मड़वा में 04 से 11दिसंबर तक औद्योगिक सुरक्षा सप्ताह मनाया गया।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि अतिरिक्त मुख्य अभियंता एसडी द्विवेदी एवं मोहम्मद शाहिद खान की गरिमायमी उपस्थिति रही। गौरतलब है कि 1984 की भोपाल गैस त्रासदी जैसी घटना की पुनरावृत्ति से बचने और जनजागरूकता के लिए औद्योगिक सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जाता है।कार्यक्रम के संयोजक अधीक्षण अभियंता एन. साहा एवं कार्यपालन अभियंता नरेंद्र देवांगन द्वारा सप्ताहभर में आयोजित हुए कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से बताया गया। संयंत्र परिसर में अग्निदुर्घटना की मॉकड्रिल की गई। कैंटीन में श्रमिकों को सुरक्षा जागरूकता पर चलचित्र दिखाया गया। साथ ही वक्ताओं द्वारा व्याख्यान भी दिए गए। अग्निशमन विभाग द्वारा अग्निसुरक्षा से जुड़े उपकरणों की जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में अतिरिक्त मुख्य अभियंता एसडी द्विवेदी एवं मोहम्मद शाहिद खान ने भी सुरक्षा जागरूकता पर अपने विचार व्यक्त किए। संरक्षा विभाग द्वारा सेफ्टी कल्चर का विकास विषय पर पोस्टर बनाओ, निबंध व नारा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया प्रतियोगिता के विजयी प्रतिभागियों इंदु खलखो, संतोष सोनी, विजय डहरिया, जयकृपाल यादव, सतीष यदु, परिक्रमा साव, अंकिता वर्मा, निधि यदु एवं बच्चे अक्ष देवांगन, भाव्या नेताम, विशेष चैबे, उत्कर्ष देवांगन, रूपांशी देवांगन एवं संस्कार झा को कार्यपालक निदेशक एवं अतिथियों के हाथों पुरस्कार दिया गया। कार्यक्रम का संचालन कार्यपालन अभियंता नरेंद्र देवांगन, सहायक अभियंता विजय कुमार बर्मन एवं रीना धुरंधर द्वारा किया गया। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन कार्यपालन अभियंता केके. टोप्पो ने किया। इस अवसर पर अधीक्षण अभियंता क्रिस्टोफर एक्का, एसके. तारेंद्र, एनके. घृतलहरे, मुख्य रसायनज्ञ उत्तम चंद्रवंशी, अभय मिश्रा, प्रकाशन अधिकारी बसंत शाहजीत समेत अन्य अधिकारी व कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।