मुख्यमंत्री ने कहा -बचपन में क्रिकेट खेलने के लिए लकड़ी की बैट खुद ही बना लेते थे
रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से बुधवार को भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुलीे ने सौजन्य मुलाकात की। बातचीत में गांगुली एवं मुख्यमंत्री ने एक-दूसरे को नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए बधाई दी। इस दौरान क्रिकेट के साथ ही छत्तीसगढ़ और विभिन्न विषयों पर चर्चाएं हुईं।
मुख्यमंत्री ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एवं बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली से सौजन्य मुलाकात में बताया
इस बीच गांगुली ने मुख्यमंत्री से पूछ लिया कि आप क्रिकेट में रुचि रखते हैं क्या ? इस सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि वह भी बड़े ही क्रिकेटप्रेमी हैं। वे इतनी रुचि रखते हैं कि बचपन में अपने गांव में क्रिकेट खेलने के लिए लकड़ी का बल्ला खुद ही तैयार करते थे। जशपुर जिले के बारे में बताते हुए उन्होंने बताया कि हमारे यहां हाॅकी खेली जाती है। यहां पर पहाड़ी कोरवा जनजाति तीरंदाजी बहुत कौशल से करते हैं इसलिए तीरंदाजी में भी खिलाड़ी खूब रुचि लेते हैं।
गांगुली ने कहा कि वह पहली बार छत्तीसगढ़ आए हैं। यहां नवा रायपुर का स्टेडियम बहुत अच्छा है। यहां अंतरराष्ट्रीय मैच हुए हैं और सचिन जैसे मशहूर खिलाड़ी भी यहां खेल चुके हैं। गांगुली ने छत्तीसगढ़ के बारे में विस्तार से मुख्यमंत्री से पूछा। मुख्यमंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ वनसंपदा से समृद्ध है। प्राकृतिक रूप से काफी खूबसूरत है। खनिज से भी समृद्ध हैं।
मुख्यमंत्री ने गांगुली को बेल मेटल से बनी मूर्ति और शॉल भेंट की। जबकि गांगुली ने मुख्यमंत्री को सम्मानपूर्वक अपना हस्ताक्षर किया हुआ बल्ला भेंट किया। इस अवसर पर वित्त मंत्री ओपी चैधरी, विधायक सम्पत अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सचिव डॉ पी. दयानन्द भी उपस्थित थे।
प्रदेश से प्रसिद्ध सुगंधित चावल श्रीरामलला को भी भेजा गया-
मुख्यमंत्री साय ने गांगुली को बताया कि अयोध्या में नवनिर्मित श्रीराम मंदिर में श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भोग के लिए छत्तीसगढ़ से 300 मीट्रिक टन सुगंधित चावल भेजा गया है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन ने अपनी रामलला दर्शन योजना के तहत राज्य के नागरिकों को निःशुल्क अयोध्या दर्शन कराने का भी फैसला लिया है।